हनुमान चालीसा लिखित में | हनुमान चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए 2024

हनुमान चालीसा लिखित में| हनुमान चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए 2024

हनुमान चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए – हनुमान चालीसा हिन्दू धर्म का एक बहुत ही प्रमुख और महत्वपूर्ण भक्ति ग्रंथ है, जिसमें प्रभु श्रीराम के सच्चे भक्त हनुमान जी गुणों और महिमावों का वर्णन किया गया है| यह पूर्ण हनुमान चालीसा

पवनपुत्र हनुमान को समर्पित है और जो लोग इनकी भक्ति करते है वे इस चालीसा का पाठ करते हैं।क्या आपको पता है की इस भक्ति श्लोक को चालीसा क्यों बोला जाता है क्योंकि इसमें 40 श्लोक होते हैं, जो हनुमान जी की गुणों और

महिमा का गान करते हैं इसीलिए लिए इसे हनुमान चालीसा बोला जाता है | दोस्तों इस पोस्ट में हमने बताया है हनुमान चालीसा इन हिंदी के बारे में। तो अगर आप हनुमान चलीसा ही इन हिंदी खोज रहे हैं तो बिल्कुन ही सही जगह पर आये है ।

इस पोस्ट में हमने हनुमान चालिसा इन हिंदी पीडीऍफ़ , हनुमान चलीसा पूरा दोहा के साथ दिया हुआ है।तो आइए बिना समय गंवाए पढते हैं हिन्दू धर्म के सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण भक्ति ग्रंथ हनुमान चालिसा को |

॥ दोहा ॥

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हनुमान चालीसा लिखित में

॥ चौपाई ॥

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥

राम दूत अतुलित बल धामा
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा॥

महाबीर बिक्रम बजरंगी
कुमति निवार सुमति के संगी॥

कंचन बरन बिराज सुबेसा
कानन कुंडल कुँचित केसा॥

हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजे
काँधे मूँज जनेऊ साजे॥

शंकर सुवन केसरी नंदन
तेज प्रताप महा जगवंदन॥

विद्यावान गुनी अति चातुर
राम काज करिबे को आतुर॥

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया
राम लखन सीता मनबसिया॥

सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा
विकट रूप धरि लंक जरावा॥

भीम रूप धरि असुर सँहारे
रामचंद्र के काज सवाँरे॥

लाय सजीवन लखन जियाए
श्री रघुबीर हरषि उर लाए॥

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई
तुम मम प्रिय भरत-हि सम भाई॥

सहस बदन तुम्हरो जस गावै
अस कहि श्रीपति कंठ लगावै॥

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा
नारद सारद सहित अहीसा॥

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते
कवि कोविद कहि सके कहाँ ते॥

तुम उपकार सुग्रीवहि कीन्हा
राम मिलाय राज पद दीन्हा॥

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना
लंकेश्वर भये सब जग जाना॥

जुग सहस्त्र जोजन पर भानू
लिल्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही
जलधि लाँघि गए अचरज नाही॥

दुर्गम काज जगत के जेते
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते॥

राम दुआरे तुम रखवारे
होत ना आज्ञा बिनु पैसारे॥

सब सुख लहैं तुम्हारी सरना
तुम रक्षक काहु को डरना॥

आपन तेज सम्हारो आपै
तीनों लोक हाँक तै कापै॥

भूत पिशाच निकट नहि आवै
महावीर जब नाम सुनावै॥

नासै रोग हरे सब पीरा
जपत निरंतर हनुमत बीरा॥

संकट तै हनुमान छुडावै
मन क्रम वचन ध्यान जो लावै॥

सब पर राम तपस्वी राजा
तिनके काज सकल तुम साजा॥

और मनोरथ जो कोई लावै
सोई अमित जीवन फल पावै॥

चारों जुग परताप तुम्हारा
है परसिद्ध जगत उजियारा॥

साधु संत के तुम रखवारे
असुर निकंदन राम दुलारे॥

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता
अस बर दीन जानकी माता॥३१॥

राम रसायन तुम्हरे पासा
सदा रहो रघुपति के दासा॥

तुम्हरे भजन राम को पावै
जनम जनम के दुख बिसरावै॥

अंतकाल रघुवरपुर जाई
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई॥

और देवता चित्त ना धरई
हनुमत सेई सर्व सुख करई॥

संकट कटै मिटै सब पीरा
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥

जै जै जै हनुमान गुसाईँ
कृपा करहु गुरु देव की नाई॥

जो सत बार पाठ कर कोई
छूटहि बंदि महा सुख होई॥

जो यह पढ़े हनुमान चालीसा
होय सिद्ध साखी गौरीसा॥

तुलसीदास सदा हरि चेरा
कीजै नाथ हृदय मह डेरा॥

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॥ दोहा ॥

हमारे ग्रंथों में हनुमान चालिसा को पढ़ने के बहुत सारे फायदों के बारे में बताया गया है जिनमें से कुछ ये है | हनुमान चालीसा का रोज पथ करने से आध्यात्मिक बल, मनोबल बढ़ता हैं अकारण भय और तनाव को दूर करती है। हर तरह

के रोग को मिटाता है। हर तरह के संकट से बचाता है। बंधन मुक्ति का उपाय है ।नकारात्मक प्रभाव को दूर करता है। ग्रहों के प्रभाव को दूर करता है , घर का कलह भागता है बुराइयों से दूर करता है | नित्य हनुमान चालीसा पढ़ने से

आपका आत्मिक बल और साहस बढ़ता है इसे पवित्रता महसूस होती है , शरीर में हल्कापन लगता है व्यक्ति खुद को निरोगी महसूस करता हूँ। तनाव और असुरक्षा की भावना हट जाती है । आपके जीवन में बहुत स्पस्टता आती है |

॥ पहला दोहा ॥

॥ दूसरा दोहा ॥

अगर आप हनुमान चालीसा हिंदी में PDF Download करना चाहते है तो निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप पीडीऍफ़ को आसानी से अपने मोबाइल फ़ोन में डाउनलोड कर सकते है |

दोस्तों आशा करते हैं कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपकी हेल्प हुई होगी और अगर हमारे द्वारा लिखी गयी ये पोस्ट हनुमान चालीसा लिखित में| हनुमान चालीसा हिंदी में पढ़ने के लिए 2024 आपको अच्छी लगी है तो इसे अपने

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हनुमान चालीसा 1 दिन में कितनी बार पढ़ना चाहिए?

हनुमान चालीसा की 38 वीं चौपाई में लिखा गया है- ‘जो शत बार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महा सुख होई’। अर्थात शास्त्रों के अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार करना चाहिए. लेकिन अगर आप 100 बार नहीं कर सकते, तो कम से कम 7, 11 या 21 बार करते है तो इसके शुभ फल प्राप्त होते हैं |

सबसे शक्तिशाली चालीसा कौन सा है?

शास्त्रों में ऐसा बोला जाता है की हनुमान चालीसा सबसे शक्तिशाली चालीसा है |

हनुमान चालीसा कब नहीं पढ़ना चाहिए?

अशुभ स्थितियों, जैसे कि शोक, उद्विग्नता, या क्रोध के समय हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए. इसके बजाय, आपको शांति पाने के लिए हनुमान जी की पूजा और आध्यात्मिक अभ्यास करने की आवश्यकता होती है |

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